हिंदी प्रेरणादायक कहानी | इनकार | Hindi Motivational Story
किसी के भी इंकार को हमेशा उसकी कठोरता मत समझो
बहुत बड़ी एक नदी के किनारे दो विशाल पेड़ थे…
उसी नदी के किनारे से एक चिड़िया अपने बच्चो के साथ
जा रही थी…
उसे वो जगह रहने के के लिए काफी उत्तम लगी…!
चिड़िया थोडे समय वही रुकी.
और कुछ विचार करके पहले पेड़ के पास गई…
पेड़ से पूछा… कुछ ही दिनों में बारिश का मौसम आने वाला है…
क्या मैं अपने बच्चो के साथ तुम्हारे डाली में घोसला बनाकर
रह सकती हूँ…?
लेकिन उस पहले वाले विशाल पेड़ ने साफ़ मना कर दिया…
हिंदी प्रेरणादायक कहानी
चिड़िया फिर दूसरे पेड़ के पास गई और वही विनती की…
दूसरा पेड़ झटसे मान गया. चिड़िया अपने बच्चों के साथ
खुशी-खुशी दूसरे पेड़ में घोसला बना कर रहने लगी…
एक दिन बहुत तेज बारिश हुई… इसी तेज बारिश में पहले वाला पेड़
जड़ से उखड़ कर पानी मे बहने लगा… जब चिड़िया ने अपने घोसले से
उस पेड़ को बहते हुए देखा तो कहने लगी…
हिंदी प्रेरणादायक कहानी | इनकार | Hindi Motivational Story
जब तुमसे मैने अपने बच्चे के लिए आसरा माँगा था…
तब तुमने मना कर दिया था, अब देखो तुम्हारे
उसी कठोर रूखे व्यवहार की सजा तुम्हे मिल रही है.
बहते हुए पेड़ ने चिड़िया को मुस्कुराते हुए कहा…
मै अच्छी तरह से जनता था की मेरी जड़ें बहुत
कमजोर है. और इस बारिश में नहीं टिक पाऊंगा,
मैं तुम्हारी और तुम्हारे बच्चे की जान खतरे में
नहीं डालना चाहता था, इसिलिए मैंने मन किया था.
मना करने के लिए मुझे क्षमा कर दो,
और ये कहते-कहते पेड़ बह गया…
दोस्तो…!
किसी के भी इंकार को हमेशा उसकी कठोरता मत समझो
क्या पता उसके उसी इंकार से आपकी भलाई छुपी हो…!
कौन किस परिस्थिति में है शायद हम नहीं समझ पाएं…!
इसलिए किसी के चरित्र और शैली को
उसके वर्तमान व्यवहार से ना तौलें…
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धन्यवाद