नौतपा – हिन्दू पंचांग के अनुसार नौतपा जेष्ठ महीने में ही आता है.
हर साल ग्रीष्म ऋतु में नौतपा सुरु होता है.
नौतपा सुरु होने पर इस नौतपा के काल में पृथ्वी सूरज की दुरी
काफी कम हो जाती है. जिससे गर्मी बहुत अधिक बढ़ जाती है.
Nautapa, नौतपा क्या होता है
और नौतपा में क्यों तपती है धरती
नौतपा के विषय में मुझे जो थोड़ी सी जानकारी है…
वो मै आपके साथ शेयर कर रहा हु.
क्या है ये [ Nautapa ] नौतपा
जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आता है. यहाँ पंद्रह दिनों तक रहता है
ये पंद्रह दिनों में सुरुवात के नौ दिनों में काफी गर्मी होती है.
ये सुरु के नौ दिनों को ही नौतपा कहते है.
ऐसा भी मानना है की, नौतपा में बारिश या ठंडी हवा न चले
और सूरज आग उगले तो उस वर्ष बरसात अच्छी होती है.
नौतपा में सूरज की किरणें सीधी जमीन पर पड़ती है जिससे
तापमान काफी बढ़ जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य बारह राशियों और सत्ताविस नक्षत्रों में
घूमता हैं. और सूर्य ग्रह की एक विशेषता होती है की… वह जिस भी
ग्रह के साथ बैठता है… उस ग्रह को अपने प्रभाव में ले लेता है.
रोहिणी नक्षत्र का अधिपति ग्रह चंद्रमा होता है.
ऐसे में जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो वह चंद्र की शीतलता
के प्रभाव को पूरी तरह से दबा देता है. और ताप को बढ़ा देता है.
इससे पृथ्वी को चन्द्र की शीतलता नहीं मिल पाती है.
इस वजह से पृथ्वी का ताप अधिक बढ़ जाता है.
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