Sunder Vichar
Suvichar Hindi With Image
हिंदी सुविचार फोटो
जिंदगी के प्रति जिस इंसान के पास
सबसे कम शिकायतें हैं…
वही इंसान सबसे अधिक सुखी है…!
जीवन की कुछ ऐसी भी
समस्याएं होती है…
जो सिर्फ अपना नजरिया
बदल लेने से ही दूर हो जाती हैं…!
बहुत मुश्किल नहीं है…
जीवन की सच्चाई को समझना…
जिस तराजू पर दूसरों को तौलते हैं…
कभी उस पर स्वयं भी बैठ कर देखिये…!
क्योंकि….
आपकी जो लोग घृणा करते हैं…
उनका आपको तिरस्कार नहीं करनी चाहिये…
क्योंकि…
उनकी घृणा इस बात की स्वीकारोक्ति है की…
आप उनसे बेहतर हैं.
Sunder Vichar | Suvichar Hindi With Image | हिंदी सुविचार
इस पूरी दुनिया में ऐसा कोई भी इन्सान नहीं होगा. जिसको पुरीं ज़िन्दगी
में कोई भी समस्या… या मुसीबतों का सामना ना करना पड़ा हो.
मुसीबत के समय इंसान अधीर हो जाता है और खुद को भोला – भाला
समझने लगता है , लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं होना चाहिए.
हमारे महापुरुषों ने बताया है कि… मुसीबत के समय इंसान ने अपना
धैर्य नहीं खोना चाहिए. क्योंकि ये हमारे धैर्य की परीक्षा का समय होता है.
जो भी इंसान मुसीबत के समय में धैर्य धारण करके आयी हुई मुसीबतों का
सामना करता है, वह पहले की अपेक्षा और मजबूत होकर समाज में
स्थापित होता है. और जो मुसीबतों में टूट जाता है वह फिर जीवन भर
कभी संभल नहीं पाता.
बड़ी से बड़ी मुसीबतों में भी इंसान को दो कार्य अवश्य करना चाहिए.
१. साहस
२. भगवान का आश्रय
जो भी इन दोनों का सहारा नहीं छोड़ता, वह हर मुसीबत के बाद
और भी मजबूत होता रहता है. शायद इसीलिए कहा गया है…
हारिये न हिम्मत , बिसारिये न राम
जो व्यक्ति हरदम
अपनी प्रगति के लियें ही
प्रयत्नशील रहता है..!
उस व्यक्ति को कभी भी
दूसरों का बुरा करने के लियें
समय मिलता ही नहीं…!
जीवन में अगर कोई सबसे
सही रास्ता दिखाने वाला दोस्त है…
तो वो है, अनुभव…!
मनुष्य की वास्तविक पूंजी धन नहीं…
बल्कि उसके विचार हैं.
क्योंकि… धन तो खरीदारी में
दूसरों के पास चला जाता हैं…
पर विचार अपने पास ही रहते हैं…
अच्छा काम करते रहो…
कोई सम्मान करे या ना करे.
सूर्योदय तो तब भी होता हैं…
जब करोड़ों लोग सोये होते हैं…!
ढूंढना ही है तो परवाह करने
वालों को ढूंढ़िये…
इस्तेमाल करने वाले तो ख़ुद ही
आपको ढूंढ लेंगे…!
भुख…!
सारी मर्यादाए तोड़ देती है,
और
पैसा…!
सारी इन्सानियत…!
कई उम्मीदों के में साथ सुरु होने वाला
हर दिन… किसी ना किसी
अनुभव के साथ ही खत्म होता है.
जीवन का सत्य
कभी भी कोई
आनंद – सुख नहीं दे सकता…
और ना ही बाजार में
किसी दुकान में जाकर
आप उसे पैसे देकर
खरीद सकते हैं.
अगर पैसे से ही
आनंद – सुख मिलता…
तो दुनिया के
सभी पैसेवाले खरीद लेते.
जीवन में प्रसन्नता जीने के ढंग से आती है.
भले ही जिंदगी खूबसूरत हो लेकिन…
जिंदगी जीने का अंदाज खूबसूरत ना हो…
तो जिंदगी को बदसूरत होने में देर नहीं लगती.
कोई आदमी झोंपड़ी में भी
आनंद से लबालब मिल सकता है…
और कोठियों में भी, दुखी… अशांत…
और परेशान आदमी मिल ही जायेगा.
सोचने का तरीका आज से ही बदल लो…
आपका जीवन उत्सव बन जायेगा.
याद रखिए… ये दुनिया जुड़ती है
त्याग से… और बिखरती है स्वार्थ से…
यदि आप त्याग के रास्ते पर चलेंगे…
तो सबका प्यार बिना माँगे ही मिलेगा
और जीवन… बगीचा बनता चला जायेगा..!
माली प्रतिदिन पौधों को पानी देता है…
मगर फल सिर्फ मौसम में ही आते हैं.
इसीलिए जीवन में धैर्य रखें…
प्रत्येक चीज अपने समय पर होगी.
प्रतिदिन बेहतर काम करे
आपको उसका फल
समय पर जरूर मिलेगा.
हमें अच्छे लोगों के संग को
सदा बढ़ाते रहना चाहिये…
क्योंकि इससे जीवन
सरल सहज के साथ
सुखमय हो जाता है.
बदला लेने की नहीं…
बदलाव लाने की सोच रखिये.
समझदार व्यक्ति… वह नहीं…
जो ईट का जवाब पत्थर से दे.
समझदार व्यक्ति वो है…
जो- फेंकी हुई ईट से अपना
आशियाना बना ले…!
वक्त और कुछ नहीं…
बस्स… लड़ाई है सांसों की
हम धीरे धीरे ख़ुद को
गंवा रहे हैं…!
एक छोटी सी नोंक-झोंक से हम
अपना प्यार खत्म कर लेते हैं…
इससे तो अच्छा है कि….
हम प्यार से अपनी लड़ाई को हीं
खत्म कर ले…!
नजरिए का फर्क देखिए…
मैं काफी अकेला हूं…
या फिर
मैं अकेला ही काफी हूं…!
मुझे तो कभी कभी
अपनी ही
याद आ जाती है…!
कितने आनंद से
मैं रहा करता था…!