गुरुमंत्र – हिंदी प्रेरणादायक कहानी – Good Thoughts In Hindi On Life

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गुरुमंत्र – हिंदी प्रेरणादायक कहानी – Good Thoughts In Hindi On Life

एक सरकारी कार्यालय की खिड़की पर एक बाबु बैठा हुआ था.

उस खिड़की पे काफी लंबी लाइन लगी हुई थी.

खिड़की वाला बाबु सभी से तेज स्वर में बात कर रहा था और
छोटी छोटी बात पर गुस्सा हो रहा था.

एक महिला का नंबर आया… महिला ने फॉर्म बाबु को दिया…
बाबु ने फॉर्म पे नजर घुमाई और महिला को डांटते हुए कहने लगा…
ये आपने कैसा फॉर्म भर कर लायें हों….? इसमें कुछ भी सही से नहीं भरा है…!
सरकार फॉर्म फ्री में देती है इसीलिए कुछ भी भरके फॉर्म को ख़राब कर दो.
अगर यही फॉर्म के अगर पैसे लगते तो दस लोगो से
पूछकर सही से फॉर्म भरती आप.

गुरुमंत्र – हिंदी प्रेरणादायक कहानी – Good Thoughts In Hindi On Life

ये सब काफी देर से उसी लाइन में सबसे पीछे लगा व्यक्ति देख रहा था.
वह व्यक्ति फिर लाइन से बाहर निकला. बाजु के रास्ते से उस गरम
स्वभाव के बाबु के पास गया और वही पास में रखे बोतल से एक गिलास
पानी निकालकर बाबु की तरफ बढ़ा दिया…!

वह बाबु यह देखकर एकदम गुस्से से उस आदमी की और देखकर
बोला, क्या है…?
उस आदमी ने कहा… साहब आप काफी देर से लगातार बोल रहे है…
आपका गला सुख गया होगा थोडा सा पानी पी लीजिये…

बाबु ने पानी का गिलास हाथ में ले लिया और उसकी तरफ आश्चर्यजनक
नजरो से देखते हुए पानी पिया… और गिलास को नीचें रखते हुवे कहने
लगा की… तुम्हे पता है… मैं कडुवा सच बोलता हूँ…
इसलिए मुझसे सब नाराज़ रहते हैं…!
यहाँ का चपरासी भी मुझे पानी नहीं पिलाता…!
उस व्यक्ति ने मुस्कुरा दिया और फिर से अपनी लाइन में अपने जगह पर
जाकर खड़ा हो गया.

अब उस बाबु के व्यवहार में बदलाव आ चुका था…! काफी शांत मन से उसने
सभी से बात की और सबको अच्छे से सेवाए देनी शुरू की.

उसी दिन शाम को उस व्यक्ति के पास एक फ़ोन आया… दूसरी तरफ वही
बाबु था… उसने कहा, भाईसाहब… आपका नंबर आपके फॉर्म से लिया था…
आपको धन्यवाद करने के लिये फ़ोन किया है…!

मेरी माँ और पत्नी में बिल्कुल नहीं बनती… आज भी जब कार्यालय से
मैं घर पहुंचा तो दोनों एक दुसरे से बहस कर रहीं थी…!
लेकिन मैंने आपके ही गुरुमन्त्र का उपयोग किया
और वह काम आ गया.
वह व्यक्ति चौक गया और कहा आश्चर्य से कहने लगा की
” जी…? गुरुमंत्र…?
“जी हाँ… मैंने एक गिलास पानी अपनी माँ को दिया और
दूसरा अपनी पत्नी को और यह कहा की…
गला सूख रहा होगा पानी पी लो… बस…
तब से हम तीनों हँसते-खेलते बातें कर रहे हैं.

गुरुमंत्र – हिंदी प्रेरणादायक कहानी – Good Thoughts In Hindi On Life

अब भाईसाहब, आज खाने पर आप हमारे घर आ जाइये…
जी…! लेकिन… खाने पर क्यों…? बाबु ने भर्राये हुए स्वर में उत्तर दिया…
आपको गुरू माना है तो इतनी दक्षिणा तो बनेगी ना आपकी…
और ये भी जानना चाहता हूँ की…
एक गिलास पानी में इतना जादू है तो खाने में कितना होगा…?

शिक्षा :- दूसरो के क्रोध को प्यार से ही दूर किया जा सकता है.
कभी कभी हमारे एक छोटे से प्यार भरे व्यवहार से दूसरे इंसान में
बहुत बड़ा परिवर्तन हो जाता है और प्यार भरे रिश्तों की
एकाएक शुरूआत होने लगती है. जिससे घर और कार्यस्थल पर
मन को सुकुन मिलता है.

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