नालायक बेटा | Hindi Heart Touching Story |
हिंदी कहानी | Hindi Story – suvichar
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माँ उसे ड्रायवर को बुलाने को कहती है… लेकिन बेटा कहता है, माँ इतनी रात को ड्राइवर को बुलाने पर
जल्दी कहा आ पायेगा…? आप हटिए मै बाबुजी को हॉस्पिटल ले जाता हु… यह कहकर सीधे बाबुजी के
कमरे में जाकर उसने अपने बाबुजी को दोनों हाथों से उठाकर सीधे निचे लाकर कार में बिठा दिया और
तेजी से कार हॉस्पिटल की ओर दौड़ाया.
बाबूजी ने दर्द से करहाते हुए बोले…. गाडी जरा धीरे चला नालायक…. कोई भी काम तू ठीक से नहीं
करता… बेटा बोला… बाबुजी आप ज्यादा मत बोलो… बस… जोर जोर से साँसें लेते रहो…
हम कुछ ही देर में हॉस्पिटल पहुँचने वाले ही हैं.
रुकने के लिए कहा, तो बेटा बाहर हॉस्पिटल के हॉल में खड़ा हो गया. और गहरी सोच में डूब गया….
बाबुजी को तीन बेटे थे, ये सबसे छोटा था… बचपन से आज तक ये बेटा अपने लिये अपने बाबुजी से
नालायक ही सुनते आया था.
नालायक कही का…! फिर से फेल हो गया नालायक…
नालायक बेटा – Hindi Heart Touching Story –
हिंदी कहानी – Hindi Story – suvichar
कोई बेवकूफ इंसान ही इस नालायक को अपनी बेटी देगा.
बस…. एक माँ ही हैं जिसने उसके असली नाम को अब तक जीवित रखा है, लेकिन आज अगर
उसके बाबुजी को कुछ हो गया तो शायद वो भी… ये ख़याल के आते ही उसकी आँखे छलक गयी
और नालायक बेटा, वही हॉस्पिटल में बने एक मंदिर में अपने बाबुजी के लिए प्रार्थना करने में
डूब गया.
अब उसकी प्रार्थना की शक्ति कहिये…. या बीमारी मामूली… जो भी हो… उसके बाबुजी अभी
ठीक थे और सुबह सुबह ही डाक्टरों ने हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी.
चादर ओढा रहा था…. तभी बाबुजी एक बार फिर चीखें…
इतना सब तो करता है… इसके बावजूद भी आपके लिये वो नालायक ही है…?
हुआ है… उतना दरवाजा ठोकने और आवाज लगाने के बावजूद भी कोई नहीं आया…
अभी आते हुए बहुओं ने हमें देखा तो कुछ पूछना भी उचित नही समझा….
इतनी सुबह सुबह कहा चले गए थे…. ना ही बेटों को बताया होगा.
कहते कहते माँ रोने लगी गई.
और फिर नज़रें नीचे करके शांत हो गए.
और रिश्तेदारी सब कुछ तो अच्छी तरह से संम्भाल रहा है…!
अपने पत्नी और बच्चों के अलावा ज्यादा से ज्यादा अपने ससुराल का ध्यान रखते हैं बस…
आपके लायक़ बेटों ने कभी पुछा भी है आपसे की, बाबुजी आपकी तबियत कैसी हैं…?
और आप हैं की…
और गले से नहीं लगा पाने का दुःख तो मुझे नही हैं…?
हिंदी कहानी – Hindi Story – suvichar
कहीं ये बेटा भी कहीं, उन बेटों की ही तरह लायक बेटा ना बन जाए.
इसलिए मैं इस नालायक बेटे की पूर्णताः का अहसास, इसे अपने जीते जी तो कभी नही होने दूगाँ…!
जिसे माँ ने झट से अपनी हथेलियों में भर लिया.
नालायक बेटा – Hindi Heart Touching Story
और उधर दरवाज़े के पास से पर वह नालायक बेटा, खड़ा खड़ा ये सारी बातें सुन रहा था,
वो भी आंसुओं में सराबोर हो गया था.
लेकिन ऐसा करते ही उसके शर्मिंदा ना हों जाए, यह सोच कर वो अपने कमरे की ओर दौड़ा.
कमरे की तरफ दौड़ते हुए गया.